कितनी उम्मीदे लगाये बैठे हो तुम
बस उम्मीद है तुम्हारे अन्दर की मैं ये कर सकता हु वो कर सकता हु

उम्मीद है मैं doctor बनुगा 
उम्मीद है मैं engineer बनुगा
उम्मीद है मैं profesor बनुगा 
उम्मीद है मैं bussinesman बनुगा
उम्मीद है मैं entreprenuer बनुगा 

बस उम्मीद है
बन तो कुछ भी नहीं रहा है
किसी चीज़ की तुम उम्मीद लगाये बैठे हो तो ऐसा नहीं होगा की उम्मीद लगाने से तुम वो बन भी सकते हो 

तुम किसी चीज़ की उम्मीद रखोगे 
बस उम्मीद ही मत रखो कुछ बन के दिखाओ

और कुछ बन्ने के लिए उम्मीद का भी होना ज़रूरी है 
फिर मैं ये नहीं कह रहा हु की तुम किसी चीज़ की उम्मीद ना रखो
हा भाई उम्मीद रखो 

और कुछ करने की ज़िद्द भी रखो

हमारे अंदर एक आदत है 
किसी को भी ऐसा बोलने की 

हा उम्मीद है मैं ये कर लुगा 
उम्मीद है मैं इस साल मेरा bussiness को आगे बढ़ाऊगा
और बस एक उम्मीद ही रखते है 
आज नहीं तो कल बढ़ेगा 
अरे हा भाई आज नहीं तो कल बढ़ेगा 
वो आज नहीं तो कल बढ़ाने के लिए 
आज कुछ करना होगा ना 

लेकिन हम नहीं करते कुछ भी 
हमसे जितना हासिल हुआ बस उतना ही करते है 
क्यों की यहाँ पर हमारी उम्मीद आ जाती है और बस उम्मीद के जरिये हमको लगता है हम उस चीज़ को हासिल कर लेगे 
लेकिन ऐसा नहीं होता है । उम्मीद के साथ साथ कुछ करने की ज़िद्द भी होना चाहिए
उस कुछ करने की ज़िद्द की वजह से तुम वो लगाई हुई उम्मीद को भी पूरी कर सकते हो 

और इस तरह तुमने जो लगाई उम्मीद को भी तुम पूरी कर सकते हो