ये कहानी है एक आम इंसान की 
ये कहानी है एक सपनो के दुनिया में रहने वाले महान की 

जब वो दुनिया में आया तो साथ में कुछ भी नहीं लाया 
और दुनिया से वापिस भी गया तो खली हाथ ही गया


फिर आप सोचेगे वो दुनिया में क्यों आया 
वो दुनिया में इसलिए आया क्यों की उसको एक महान इंसान बनना है 

उसको महान बनने के लिए किस चीज़ की ज़रूरत है
उसको ज़रूरत है बहोत सारे सपने देखने की 

लेकिन वो सपने तो तब से ही देखना start करता है जब वो बचपन में उड़ती plane को देखकर ये कहता था की मुझे भी ऐसा उड़ना है

लेकिन उसके पंख निकलते ही काट दिए जाते है 
और उसने देखे हुए सारे सपने मिट्टी में मिल जाते है

जैसे तैसे कर के वो अपनी पढाई पूरी करता है
लेकिन अब पढाई के बाद भी तो कुछ करना होगा ना
लेकिन अब भी हक़ नहीं होता है उसको कुछ करने का

लोग positive सोचते है nigative सोचते है लेकिन इसके career के बारे में उसके relative सोचते है

अब relative जो बोले वही उसे सुन्ना पड़ता है
relative की ही बातो को मन्ना पड़ता है

फिर 
फिर क्या 
शादी होती है बच्चे होते है 
छोटी मोटि जॉब के साथ भाई मस्त रहते है

फिर अब problem कहा है 
सब तो ठीक है 
अच्छे से कट रही है ज़िन्दगी 
ना किसी बात का tention है ना किसी बात की परेशानी 

अरे है भाई एक बात का tention
जब चालू होगी pention
चेयर पे बैठा होगा वो और side में play redio station
और उस redio station पर वो एक news सुन रहा है 
जिसमे उसके ही साथ के लोग उसके ही friends उनके सपनो को पूरा करके media के सामने अपनी स्टोरी सुना रहे होंगे
और वो हिलती हुई chair पर बैठ कर ये सोच रहा है 
अगर ना सुना होता किसी का तो आज मैं भी इनके साथ होता

लेकिन अब क्या
अब तो वो हिलती हुई chair भी रुकना बंद कर देती है
और कुछ दिनों बाद वो किसी कोने में फेक दी जाती है

क्यों की इस दुनिया में वो इंसान ही नहीं रहा तो उस chair की क्या ज़रूरत
आपको लग रहा होगा वो इंसान मर गया ना 
हां भाई वो इंसान मर 
और इसी तरीके से वो अपनी ज़िन्दगी गुज़ार देता है 
उसके जाने के बाद उसका नाम कोई नहीं लेता है 

इस story से एक बात का पता चलता है
जीना है तो
चाहे छोटा बन के जिओ या बड़ा बन के जिओ
दोनों में भी ज़िन्दगी कट रही है
लेकिन पचता के मत जिओ यार 
आपने देखे वो सपने उसी time पर पुरे करो 
नहीं तो क्या बादमे पछताओगे